दसवीं
के बाद कैरियर काउन्सलर महत्वपूर्ण योगदान का माता-पिता और बच्चे की ज़िंदगी में ।
पैरेंट्स
जैसा कि आप जानते
हो कि क्लास 10 के एग्जाम खत्म
होने पर हैं
और अब आप और आपका बच्चा कंफ्यूजन के दौर से गुज़रेगा
। हर दिन आप और बच्चा यही सोचेगा कि 11 में कौनसा सब्जेक्ट लिया जाये ।
इस
समय हमें अपने बच्चे को समय
और गाइडेंस देने की
सबसे ज़्यादा जरूरत रहती है क्यों कि 11 क्लास
का सब्जेक्ट नीव का पत्थर साबित होता है, अगर वो कमज़ोर रह गया तो पूरी ज़िंदगी ख़राब होने का
डर रहता है ।
इसी
वजह से पैरेंट्स अपने बच्चे के कैरियर के सही निर्णय लेने के लिए अपने अलग-अलग दोस्तों,
रिश्तेदारों या
अपने ही जैसे कुछ लोगों से ऊपरी तौर पर राय लेते हैं कि बच्चे को 10 बाद कौनसा सब्जेक्ट दिलवाए ताकि बच्चा अपनी ज़िंदगी
ख़ुशी-ख़ुशी जी सके ।
मुझे
लगता है कि हमें सबसे पहले एक्जाम ख़त्म होते ही लोगों से पूछने की बजाए हमें अपने बच्चे से लंबी बात करनी चाहिए कि वो क्या सोचता
है?
अपने
पढ़ाई के बारे में
पैसे कमाने के बारे में
अपनी
ज़िंदगी के बारे में इत्यादि ।
परंतु
अक्सर ऐसा देखा गया
है कि
कुछ
पैरेंट्स को अपने बच्चों से
बात करने में हेसिटेशन होती है ।
कुछ
पैरेंट्स को अपने बच्चों से
खुलकर बात करना नहीं आती
।
कुछ
पैरेंट्स अपने बच्चों से इसलिए
बात नहीं करते क्योंकि वह अपनी मर्जी बच्चों पर थोपना चाहते हैं, जैसे कि वह डॉक्टर
नहीं बन पाए तो उनका बच्चा डॉक्टर बनेगा ।
कुछ
पैरेंट्स को समझ ही नहीं आ रहा होता करना क्या है ?
कुछ पैरेंट्स बोल देते हैं कि
हमने तो इनके ऊपर छोड़ दिया, ज़िंदगी इनकी है जो मर्ज़ी हो वो सब्जेक्ट लें ।
और
कुछ पैरेंट्स चाहते तो है बच्चे
से बात करना और करते भी हैं, पर सही तरीक़े से बच्चे की मन की बात जानने में असफल रहते हैं ।
आजकल
इसी मन की बात को जानने के लिए एक प्रोफेशनल व्यक्ति जिसे कैरियर काउंसलर कहते हैं,
महत्वपूर्ण रोल निभा
रहा है । कैरियर काउन्सलर पैरेंट्स और बच्चे के बीच में जो गैप रह जाता है वो भर देता है या जो मिसिंग लिंक है वो जोड़ देता है
। बच्चे को आगे कौनसा सब्जेक्ट लेना है और आगे चल कर बच्चा किस किस प्रॉफ़ेशन में जा
सकता है वो बताता है जिससे बच्चे और पैरेंट्स में एक आत्मविश्वास आ जाता है ।
तो
सभी पैरेंट्स को चाहिए कि वह एक
भरोसेमंद कैरियर काउंसलर से
मिले और अपने
बच्चे कि कैरियर प्लानिंग करवाए । हाँ इसमें कैरियर काउंसलर आपसे अपनी फ़ीस 2000रु से 25,000+रु तक ले सकता है ।
कैरियर
काउंसलर कुछ टेस्ट जैसे
साइक्लोजिकल टेस्ट,
पर्सनैलिटी टेस्ट, इत्यादि
बच्चे के करेगा जिससे
बहुत हद तक आपको और आपके बच्चे को किस डायरेक्शन में जाना है उसका अंदाजा लग जाएगा
। तो जल्द ही किसी
काउन्सलर से मिलये । रिश्तेदार, दोस्त इत्यादि उनके हिसाब से बताएँगे कि क्या सही
है क्या ग़लत,
पर एक काउन्सलर सबसे
ज़्यादा भरोसेमंद जवाब देगा, क्यों कि वो इसी काम के लिए एक्सपर्ट है ।
उदाहरण
: जैसे आपके बच्चे को पेट दर्द होता है तो आप डॉक्टर के पास जाते हो, न कि इंजीनियर के
पास, मतलब एक एक्सपर्ट
के पास जाते हो ।
तो
बच्चे को आगे की इतने सालों की ज़िंदगी कैसे जीना चाहिए, इसका निर्णय लेना हो, तो एक्सपर्ट के पास जाने में न शर्माए, नहीं तो आपका बच्चा
हमेशा ज़िंदगी में सब कुछ पाने के बाद भी निराश ही रहेगा या फिर कुछ पा ही नहीं पाएगा
।
मुझे
पूरा विश्वास है कि आप ऐसा नहीं चाहेंगे, तो आज ही भरोसेमंद कैरियर काउन्सलर से मिलये ।
अगर
आपको
ऐसी ही कैरियर की बाते और टेस्ट फ्री में चाहते हैं तो आप मेरे इस ब्लॉग को, यूट्यूब चैनल को और फेसबुक ग्रुप को लाइक, शेयर और सब्सक्राइब कर लीजिए, जिनकी लिंक अंत में
दे रखे हैं । इन सब से आपको
इंफॉर्मेशन मिलती रहेगी जिससे आप अपने बच्चे से के साथ मिलकर एक आत्म-विश्वासी निर्णय ले पाएंगे ।
यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट्स लिखकर बताईए
और कोई सवाल दिल में हो वो भी कमेंट्स में लिख दीजिए या थोड़ी झिजक है तो मुझे ईमेल
कर सकते हैं ।
इसके
बाद आने वाले लेख:
· मैथ्स क्यों ले और
क्या-क्या मैथ्स
के स्कोप हैं ?
· बायोलॉजी क्यों ले
और क्या-क्या बायोलॉजी के स्कोप हैं ?
· कॉमर्स क्यों ले
और क्या-क्या कॉमर्स के स्कोप
हैं ?
· आर्ट्स क्यों लें
और क्या-क्या आर्ट्स के स्कोप
हैं ?
· कोई भी सब्जेक्ट
कैसे चुने या कुछ न
समझ आए तो क्या करें ?
लिंक्स:
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ईमेल : adnaan.zte@gmail.com
सादर
अदनान बुलंद खान
आरपीएसएस स्कूल, टोंक, राजस्थान